Children’s Day 2020: हर वर्ष 14 नवंबर को हीं क्यों मनाया जाता है बाल दिवस, जानें इसके पीछे का इतिहास

▶️बाल दिवस को स्कूल में बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है, बच्चे खेल खेलते हैं, टीचर्स बच्चों को गिप्ट्स देते हैं |
▶️भारत में बाल दिवस को चाचा नेहरू के जन्मदिन के दिन मनाया जाता है |
▶️हर देश में अलग-अलग दिन बाल दिवस मनाया जाता है। जैसे भारत में 14 नवंबर को तो यूएन में 20 नवंबर को |
हर साल चाचा नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। बच्चे इस दिन को बड़े खुशी व उत्साह के साथ मनाते हैं। इस दिन को स्कूल में भी बड़े धूम-धाम से सेलिब्रेट क्या जाता है, बच्चे खेल खेलते हैं, टीचर्स बच्चों को गिप्ट्स देते हैं।

बच्चों को बेहद प्यार करते थे नेहरू
हर वर्ष जवाहर लाल नेहरू (Jawahar Lal Nehru) के जन्मदिन पर बाल दिवस मनाया जाता है क्योंकि नेहरू बच्चों से बहुत प्यार करते थे जिसके कारण बच्चे उन्हे चाचा नेहरू कहा करते थे। नेहरू चाहे कितने भी व्यस्त क्यों ना हो वो हमेशा बच्चों के साथ समय बिताने के लिए टाइम निकाल ही लेते थे।
14 नवंबर को ही क्यों मनाया जाता है बाल दिवस?
भारत में बाल दिवस को चाचा नेहरू के जन्मदिन के दिन मनाया जाता है, 27 मई 1964 को पंडित जवाहर लाल नेहरु के गुजर जाने के बाद छोटे बच्चों के प्रति उनके लगाव को देखते हुए 14 नवंबर का दिन बाल दिवस के रूप में चाचा नेहरू को समर्पित किया गया है। लेकिन आपको बता दें कि हर देश में अलग-अलग दिन बाल दिवस मनाया जाता है। जैसे भारत में 14 नवंबर को तो यूएन में 20 नवंबर को।
कोरोना के कारण सूना है बाल दिवस
हर वर्ष स्कूलों में बाल दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन होता है बच्चे चाचा नेहरू के किरदार में स्कूल पहुंचते हैं और भाषण देते हैं। लेकिन इस बार कोरोना के कारण कई महीनों से स्कूल बंद है जिसके कारण बच्चों के लिए किसी भी तरह का समारोह आयोजित नहीं किए जाएंगे।